दीर्घाएँ एवं पार्क

इस केंद्र में मनोरंजक विज्ञान, लोकप्रिय विज्ञान, हमारा ब्रह्माण्ड, हमारी इंद्रिया, भ्रम, उभरती प्रौद्योगिकी जैसी 6 स्थाई प्रदर्श दीर्घाऍ हैं ।

हमारा ब्रह्माण्ड

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इस दीर्घा से ब्रह्माण्ड की प्रकृति क्या है ? ब्रह्माण्ड की रचना कैसी है ? तत्व, ऊर्जा, अन्तरिक्ष व समय क्या हैं ? हम यहाँ कैसे आए और कहाँ जा रहे हैं ? जैसे अनेक विस्मयकारी प्रश्नों के उत्तर अंतरव्यवहृत प्रदर्श से प्राप्त होते हैं। दीर्घाकार हैड्रोन कोलाइडर (एलएचसी) बिग बैंग काल के ब्रह्माण्ड की अनुकृति के साथ-साथ ब्रह्माण्ड से संबंधित अनेक प्रश्नों के उत्तरों की व्याख्या के साथ इस दीर्घा का मुख्य आकर्षण है ।

मनोरंजक विज्ञान

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इस दीर्घा के वैज्ञानिक प्रयोग दर्शकों को स्वतः आकर्षित करते हैं। इस दीर्घा में अनेक अंतरव्यवहृत प्रदर्श उपलब्ध हैं जो विज्ञान की अवधारणाओं की व्याख्या मनोरंजक तरीके से करते हैं । इसमें, मूलभूत विज्ञान पर आधारित प्रदर्श सभी आयु वर्गों के लिए उपयोगी हैं।

लोकप्रिय विज्ञान

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प्रतिभागितापूर्ण एवं अंतरव्यवहत प्रदर्शों के माध्यम से विद्युत, ताप, चुम्बकत्व, प्रकाश एवं ध्वनि आदि से संबंधित वैज्ञानिक सिद्धांतों की व्याख्या इस दीर्घा में की गई है । इस दीर्घा के प्रदर्श दर्शकों के जिज्ञासु मन में विज्ञान सीखने के प्रति रुचि पैदा करते हैं ।

उभरती प्रौद्योगिकी

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उपयोगितानुसार विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रतिदिन नए-नए अध्याय जुड़ रहे हैं। सूक्ष्म उपकरणों ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं अन्य क्षेत्रों की सभी अवधारणाओं को पूर्णतः बदलकर रख दिया है । समुद्री प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, जैवप्रौद्योगिकी, छायांकन प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, संचार व सूचना प्रौद्योगिकी जैसे अनुसंधान विषयों से संबद्ध अग्रणी प्रौद्योगिकी पर यह दीर्घा प्रकाश डालती है ।

हमारी इन्द्रियाँ

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हमारे आसपास के वातावरण को पहचानने में हमारी इन्द्रियों का महत्वपूर्ण स्थान है। इन्द्रियों द्वारा परीक्षण एवं ज्ञानार्जन हमेशा सराहे जाते हैं । इस दीर्घा के अनुभव आधारित प्रदर्श दर्शकों को अपनी इन्द्रियों को समझने में मदद करते हैं। इन्द्रियों से संबंधित विज्ञान को समझना अत्यन्त जटिल है परंतु इस दीर्घा में उन्हें सरल तरीके से समझने हेतु दर्शाया गया है।

भ्रम

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संवेदी अंगों द्वारा भ्रम पैदा होते हैं जिसके कारण भ्रांति होती है जो यथार्थ से अलग होती है। जब तक अनुभूत न हो, तब तक कुछ भ्रमों पर विश्वास किया जाना असंभव है । इस दीर्घा में ऐसी अनेक बहु आयामी संवेदनात्मक भ्राँतियाँ निर्मित की गई हैं जिससे दर्शकों को गहन अनुभूती होती हैं । यहाँ कुछ चुनौतियों का समाधान स्वयं निकालने हेतु भी क्रियाकलाप हैं ।

विज्ञान पार्क

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विज्ञान पार्क में फव्वारा, प्राणि कॉर्नर एवं हरे-भरे लॉन के अलावा अनेक अंतरव्यवहृत प्रदर्श भी हैं । इस पार्क के अंतरव्यवहृत प्रदर्शों द्वारा दर्शक खेल-खेल में विज्ञान को समझने व सीखने के लिए प्रेरित होते हैं । यहाँ दर्शक संगीत पाइपों के प्रदर्श द्वारा सरगम बजा सकते हैं, प्रतिध्वनि ट्यूब से स्वयं की आवाज़ की गूँज को महसूस कर सकते हैं, विभिन्न लंबाई के लोलकों के दोलनों का परीक्षण करने के साथ-साथ भारी वज़न को आसानी से उठाने का अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ के जड़ीबूटी के बाग में विभिन्न रोगों की औषधि के विवरण के साथ औषधीय पौधे लगाए गए हैं।

प्रागैतिहासिक पार्क

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प्रागैतिहासिक पार्क दर्शकों को अपने पूर्व ऐतिहासिक युग की ओर ले जाता है । प्रवेश द्वार से ही दर्शकों को वर्तमान मानव, प्राचीन काल के जीवन की ओर यात्रा करने का आमंत्रण देता है। इस यात्रा में दर्शक डिमेट्रोडोन, ब्रैकियोसोरस, अनाटोसोरस, स्माइलोडोन, डायट्राइमा, लेमर, सिट्टाकोसॉरस, कोरिथोसोरस जैसे प्रागैतिहासिक जीवों को जीवंत रूप में देख सकते हैं।